7 अगस्त से लापता अर्चना तिवारी पर हॉस्टल संचालक का बड़ा खुलासा, पुलिस जांच तेज़

भोपाल/कटनी — 7 अगस्त 2025 से रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हुईं कटनी निवासी अर्चना तिवारी के मामले में अब उनके हॉस्टल संचालक ने बड़ा खुलासा किया है। इस खुलासे के बाद पुलिस जांच की दिशा बदल सकती है।
7 महीने से रह रही थीं हॉस्टल में

हॉस्टल संचालक गोपाल जी ने बताया कि अर्चना पिछले 7-8 महीने से भोपाल के इस हॉस्टल में रह रही थीं। उनका स्वभाव शांत था और वे पढ़ाई पर ध्यान देती थीं। हॉस्टल प्रबंधन के अनुसार, 7 अगस्त की दोपहर करीब 2:30 से 3 बजे के बीच अर्चना हॉस्टल से बाहर निकलीं।

नियमित प्रक्रिया का पालन

हॉस्टल से बाहर निकलने से पहले अर्चना ने पूरी तरह से नियमित प्रक्रिया का पालन किया। उन्होंने रजिस्टर में अपना नाम, रूम नंबर, मोबाइल नंबर, जाने का कारण और वापस आने का समय दर्ज किया था। इस दौरान उन्होंने किसी भी तरह की जल्दबाज़ी या घबराहट के संकेत नहीं दिखाए।

परिवार ने दी लापता होने की जानकारी

अर्चना के परिवार ने अगले दिन हॉस्टल से संपर्क किया, तब जाकर प्रबंधन को उनकी गैरमौजूदगी की जानकारी मिली। जब स्टाफ ने कमरे की जांच की, तो उनका बैग और कुछ जरूरी सामान वहीं मिला, लेकिन अर्चना का कोई पता नहीं चला।

पुलिस जांच में नई जानकारी

हॉस्टल संचालक ने पुलिस को अर्चना से जुड़ी सारी जानकारी दी, जिसमें उनका रूम, दिनचर्या और परिचित लोग शामिल हैं। पुलिस ने उनकी नई रूममेट से भी पूछताछ की, लेकिन वह हाल ही में आई थीं, इसलिए ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई।
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस अब सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल कॉल रिकॉर्ड और लोकेशन डेटा की जांच कर रही है। प्रारंभिक जानकारी में अर्चना की आखिरी लोकेशन भोपाल में मिली थी, जबकि उनका बैग उमरिया में बरामद हुआ है — जो मामले को और उलझा रहा है।

मामला अब और पेचीदा

अर्चना तिवारी का अचानक इस तरह से गायब होना और उनके सामान का दूसरी जगह मिलना, दोनों ही पुलिस के लिए पहेली बने हुए हैं। जांच एजेंसियां अब इस बात की तह तक जाने की कोशिश कर रही हैं कि 7 अगस्त को हॉस्टल से निकलने के बाद अर्चना के साथ क्या हुआ।

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