पटना, 24 अगस्त 2025।
राजधानी पटना के बिहटा थाना क्षेत्र के अमनाबाद इलाके में रविवार तड़के पुलिस और बालू माफिया के बीच जबरदस्त मुठभेड़ हुई। सोन नदी किनारे हुई इस कार्रवाई में दोनों ओर से करीब आधे घंटे तक गोलियाँ चलीं, जिसमें एके-47 राइफल समेत कई घातक हथियार बरामद किए गए। पुलिस ने इस दौरान चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस को खुफिया सूचना मिली थी कि अमनाबाद इलाके में अवैध बालू खनन से जुड़े माफिया अपने हथियारों के साथ इकट्ठा हुए हैं। सूचना के आधार पर तड़के करीब 4 बजे पुलिस की टीम ने छापेमारी की। टीम को देखते ही अपराधियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी मोर्चा संभाला।
30 मिनट तक चली गोलियों की बौछार
करीब आधे घंटे तक दोनों ओर से 50-60 राउंड गोलियाँ चलीं। इस दौरान अपराधियों ने पुलिस पर एके-47 से फायरिंग की, लेकिन जवानों ने बहादुरी दिखाते हुए मौके से चार बदमाशों को दबोच लिया।
हथियार और बरामदगी
मुठभेड़ के बाद पुलिस ने एक AK-47 राइफल, .315 बोर राइफल, 160 जिंदा कारतूस और दो मोबाइल फोन बरामद किए। बताया जा रहा है कि अपराधी भागते समय कुछ हथियार नदी में फेंककर छिपाने की कोशिश कर रहे थे। फिलहाल तलाशी अभियान जारी है।
गिरफ्तार अपराधी किस गैंग से जुड़े
गिरफ्तार चारों बदमाश कभी “मनीक गैंग” से जुड़े रहे हैं और वर्तमान में कुख्यात “संजय राय गैंग” के सदस्य बताए जा रहे हैं। यह गैंग पटना, सारण और भोजपुर जिलों में नाविकों से वसूली और अवैध खनन कारोबार में सक्रिय रहा है।
पुलिस की सख्ती और जांच
एसएसपी पटना ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य बालू माफिया की बढ़ती गतिविधियों पर लगाम लगाना था। हथियारों की आपूर्ति और गैंग के नेटवर्क की पड़ताल की जा रही है। जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, उनसे पूछताछ के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
पृष्ठभूमि
बिहार में बालू खनन लंबे समय से संगठित अपराध से जुड़ा रहा है। अवैध खनन पर नियंत्रण के लिए सरकार लगातार अभियान चला रही है, लेकिन गैंगवार और पुलिस-माफिया मुठभेड़ जैसी घटनाएँ राज्य की कानून-व्यवस्था को चुनौती देती रहती हैं।
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